भूख मारने के लिए नशेड़ी बन रहे करोड़ों पाकिस्तानी युवा! खुलासे से दहली इमरान सरकार
कंगाली के मुहाने पर खड़े पाकिस्तान के सामने एक और खाई है. पाकिस्तान के युवा ऐसे नशे की लत में डूब रहे हैं, जहां से निकलना नामुमकिन है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस नशे की लत न सिर्फ कॉलेज के छात्रों बल्कि स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को तक लग चुकी है.
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं. (Dna)
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं. (Dna)
कंगाली के मुहाने पर खड़े पाकिस्तान के सामने एक और खाई है. पाकिस्तान के युवा ऐसे नशे की लत में डूब रहे हैं, जहां से निकलना नामुमकिन है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस नशे की लत न सिर्फ कॉलेज के छात्रों बल्कि स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को तक लग चुकी है. इमरान सरकार की रिपोर्ट की मानें तो स्कूल टीचर तक इस नशे में डूबे हुए हैं.
इस नशीले पदार्थ का नाम है Crystal Meth. पंजाब प्रांत में इसे चिट्टा कहा जाता है. बॉलीवुड फिल्म उड़ता पंजाब में भी चिट्टा का जिक्र आया था. पाकिस्तानी अखबार द डॉन की खबर की मानें तो पाकिस्तान के मादक पदार्थ नियंत्रण राज्य मंत्री शहरयार अफरीदी ने मादक पदार्थ नियंत्रण मामलों की सीनेट की स्थाई समिति के सामने जो रिपोर्ट पेश की है, उसे पढ़कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.
क्यों करते हैं नशा
पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं. महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. दूध 130 रुपए लीटर बिक रहा है. पेट्रोल 117 रुपए लीटर है. ऐसे में अवाम का पेट कैसे भरेगा. पाकिस्तानी युवा इस नशे को इसलिए ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि यह भूख मारता है और पाकिस्तानी कानून में इस नशे पर कोई पांबदी नहीं है. मेडिकल एक्सपर्ट के मुताबिक जब कोई यह नशा करता है तो उसे बहुत मजा आता हे. एनर्जी बढ़ जाती है. भूख घटने लगती है.
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टीचर-स्टुडेंट का होगा ड्रग टेस्ट!
आपको बता दें कि पाकिस्तान की कुल 20 करोड़ आबादी में 64% अवाम युवा है. इमरान सरकार ने अपनी अवाम को बचाने के लिए अब स्कूल-कॉलेज स्टुडेंट, टीचर और दूसरे स्टाफ का Drug टेस्ट कराने का फैसला किया है.
क्या है रिपोर्ट में
अफरीदी ने बताया कि पाकिस्तान की युवा अवाम क्रिस्टल मेथाफेटामाइन नामक नशे में डूब रही है. आपको बता दें कि अफगानिस्तान सरकार भी इस ड्रग की तस्करी से परेशान है. उसने अपने युवाओं को इस नशे से बचाने के लिए बीते साल बाकायदा मिशन छेड़ा था. अब यह नशीला पदार्थ पाकिस्तानी युवाओं का फेवरेट बन रहा है.
क्या है क्रिस्टल मेथाफेटामाइन
Methamphetamine को मेथ (Meth) कहते हैं. इसके क्रिस्टल स्वरूप को Crystal Meth कहते हैं. यह हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम के लिए उत्तेजक की तरह काम करता है. इसका नशा करने पर यह हमारे दिमाग और स्पाइन के बीच के उस महत्वपूर्ण हिस्से की एक्टिविटी को बढ़ा देता है, जिसका काम शरीर के विभिन्न हिस्सों से सिग्नल लेना है और कोई हरकत करने के लिए संदेश भेजना है.
क्या करेगी पाकिस्तान सरकार
पाकिस्तान सरकार का कहना है कि वह क्रिस्टल मेथाफेटामाइन नामक मादक पदार्थ को रखने और इसकी तस्करी करने वाले को सजा देने के लिए एक कानून बनाने पर काम कर रही है.
आइस मेथ बुलाते हैं पाकिस्तानी
मंत्री ने बताया कि पाकिस्तानी इसे आइस मेथ के नाम से बुलाते हैं. यह क्रिस्टल मेथाफेटामाइन है. पाकिस्तान में हेरोइन और हशीश जैसे मादक पदार्थ के लिए सजा का प्रावधान है लेकिन आइस मेथ अभी इस दायरे से बाहर है.
इंटरपोल करेगा मदद
अफरीदी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने 250 अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मदद से ड्रग डीलरों और धनशोधन करने वालों का एक डेटा तैयार किया है. उन्होंने साथ ही दावा किया कि इस मामले में इंटरपोल के पूर्व अध्यक्ष रोनाल्ड रोबिन और संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान से मदद मांगी है.
06:19 PM IST